UP Shikshamitra Latest News: सभी शिक्षामित्र लंबे समय से अपने स्थाई होने की और अपने मानदेय वृद्धि की मांग के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान दें । अब जाकर शिक्षामित्र को कोई ठोस समाधान मिल पाया है । जानकारी मिल रही है कि शिक्षामित्र के लगातार गर्मियों में भी प्रदर्शन को लेकर राज्य सरकार द्वारा जल्द ही कोई बड़ा निर्णय इस पर लिया जा सकता है ।
इसका कारण है कि, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इको गार्डन में पिछले 19 दिनों से लगातार शिक्षामित्र धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं, कितना ही नहीं सभी शिक्षामित्र ने शनिवार को भूख हड़ताल भी शुरू कर दी थी । लगातार शिक्षामित्र का सरकार से अपने हित के लिए आवाज उठाने का प्रदर्शन जारी है आईए जानते हैं इस पर क्या उनकी मांग है और क्या इस पर कार्रवाई की गई है ।

शिक्षामित्र की क्या है समस्या ( UP Shikshamitra Latest News )
लंबे समय से शिक्षामित्र अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं उनकी मांग है कि वर्तमान में प्रदेश में पीएम मोदी ने जो मानक मजदूरों के लिए तय किए हैं इस मानक के आधार पर अब 26010 प्रतिमा मजदूरों को दिया जाए जबकि शिक्षामित्र को सिर्फ ₹10000 प्रति माह ही दिया जाता है । शिक्षामित्र का कहना है कि हमारे घरों में भी बच्चे हैं मां-बाप हैं उनका पालन पोषण करना घर की जिम्मेदारियां संभालना तमाम प्रकार के खर्चे हैं ₹10000 में हम यह सब खर्च कैसे कर पाए । जिस वजह से शिक्षामित्र को काफी ज्यादा परेशानी हो रही है उन्हें अपना परिवार चलाने में दिक्कत हो रही है यही कारण है कि लगभग 20 दिन से लगातार शिक्षामित्र अपना धरना प्रदर्शन दे रहे हैं इतनी भीषण गर्मी में भी शिक्षामित्र लगातार अपनी मांग उठा रहे हैं ।
शिक्षामित्र की क्या है मांग
मौजूदा समय में दिया जाने वाला शिक्षामित्र मानदेय ₹10000 किसी भी रूप में मान्य नहीं है आज की महंगाई के दौर में । और यह बिल्कुल भी उनके परिवार के पालन पोषण के लिए उपयोगी नहीं है इसलिए उनका मानना है कि उनका मानदेय कम से कम ₹20000 किया जाय जाना चाहिए । इसके अतिरिक्त शिक्षा मित्रों की जो सेवा अवधि है वह 62 वर्ष किया जाए क्योंकि वर्तमान समय में उन्हें 11 महीने का मानदेय दिया जा रहा है जिसे 12 महीने का मानदेय उन्हें प्रदान किया जाए । मौजूदा समय में भीषण गर्मी में भी सभी शिक्षामित्र लगातार खुले मैदान में बैठने को मजबूर हैं ।
इन शिक्षामित्र को किया जाए नियमित
प्रदेश में जो भी शिक्षामित्र TET और CTET पास हैं उन सभी शिक्षामित्र को स्थाई किया जाए यह भी मांग शिक्षा मित्रों की है । इससे शिक्षामित्र को कम से कम सहायक अध्यापक के बराबर का वेतन प्राप्त हो सके । इसी के साथ प्रदेश के शिक्षा मित्रों को अन्य राज्यों जिसमें उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर ही उन्हें स्थाई किया जाए स्थाई के साथ ही उन्हें 12 महीने का पूरा मंडे भी दिया जाए और साथ में चिकित्सा अवकाश, आकस्मिक अवकाश तथा अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएं । शिक्षामित्र का कहना है कि हम भी देश की शिक्षा में बराबर योगदान दे रहे हैं, और देश के बच्चों को शिक्षित करने में पूर्ण प्रयास करते हैं इसलिए हमारा भी सरकार ध्यान रखें ।